रांची:
टाइगर अनिल महतो हत्याकांड के विरोध में विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने 27 मार्च को झारखंड बंद का आह्वान किया। नवगठित राजनीतिक दल "झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा" के कार्यकर्ता भी बंद को सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतरे। इसी दौरान, पुलिस प्रशासन ने देवेंद्र नाथ महतो सहित चार लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की। इस पर देवेंद्र नाथ महतो ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि रांची पुलिस प्रशासन पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर एकतरफा कार्रवाई कर रहा है। हमारे साथियों को कानूनी भय दिखाकर दबाव बनाया जा रहा है, जबकि बंद के दौरान अन्य राजनीतिक दल भी सड़कों पर थे, लेकिन उन्हें प्रशासनिक संरक्षण मिला।
महतो ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन ने हमारे न्यायिक आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की है। वहीं, राज्य में बढ़ते हत्याकांडों के बावजूद पुलिस मुख्य आरोपियों को पकड़ने में असफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अवैध बालू-पत्थर खनन और ट्रांसपोर्टिंग की तहसीलदारी में व्यस्त है, जिससे कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। गौरतलब है कि लोअर बाजार थाना में देवेंद्र नाथ महतो, ओमप्रकाश महतो, सुभाष चंद्र महतो, रूपेश महतो सहित 50 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। प्राथमिकी में सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करने, छात्रों को अवैध रूप से रोकने सहित अन्य गंभीर आरोप शामिल हैं।
4o